इन्फ्लूएंजा वैक्सीन (Influenza Vaccine)

Influenza Vaccine

इंफ्लुएंजा वैक्सीन के बारे में पढ़ने से पहले यह जान लेते हैं  कि इंफ्लुएंजा क्या होता है ? इन्फ्लूएंजा को सामान्यत फ्लू नाम से जाना जाता है। यह नाक, गर्दन और लंग्स का संक्रामक वायरल इंफेक्शन है, जिसमे श्वसन तंत्र (respiratory system) का संक्रमण (infection) होता है। इन्फ्लूएंजा का संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। जब भी इस संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति खाँसता और छींकता है , अन्य व्यक्ति जो मरीज के संपर्क में आता है तो यह संक्रमण उसको हो सकता है। यह डायरेक्ट कान्टैक्ट यानि कि दूषित सतहों को छूना और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छून लेने से भी फैल सकता है । 

इन्फ्लूएंजा क्यूँ होता है ?

फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है। विभिन्न तरह के वायरस फ्लू कर सकते है। फ्लू वायरस को निम्नलिखित ग्रुप्स में श्रेणीबद्ध किया जाता है :

इन्फ्लूएंजा ए – इस प्रकार के वायरस सबसे गंभीर प्रकार की बीमारी करवा सकते हैं और महामारी(pandemic) का कारण भी हो सकते हैं।

इन्फ्लूएंजा ए वायरस के ऊपर मौजूद सरफेस प्रोटीन के आधार पर इन वायरस के टाइप्स या स्ट्रैन बनते हैं । सरफेस प्रोटीन 2 तरह के होते हैं , पहला प्रकार हेमाग्लगुटिनिन (hemagglutinin) जो 1 से 18 तरह में वर्गीकृत है इसको अंग्रेजी लेटर H1, H2 ,H3 , इत्यादि से प्रकट किया जाता है  , दूसरा सरफेस प्रोटीन न्यूरामिनिडेस (Neuraminidase) होता है ,इसके भी N1 से N11 तक प्रकार हो सकते है। H और N के अलग-अलग जोड़ से अलग-अलग वायरस का निर्माण होता है, उद्धारण :

H1N1 – 2009 स्वाइन फ्लू महामारी के लिए जिम्मेदार।

H3N2 – एक आम मौसमी फ्लू स्ट्रेन।

H5N1 – एवियन फ्लू या बर्ड फ्लू वायरस।

इन्फ्लूएंजा बी – इस वायरस से अधिकतर मौसमी फ्लू होता है ,और यह महामारी का कारण नहीं बनता।

इन्फ्लूएंजा सी – इस वायरस से बहुत हल्का संक्रमण हो सकता है।

इन्फ्लूएंजा डी – यह वायरस जानवरों जैसे, गाये, भैंस इत्यादि में संक्रमण करते हैं और इन से मनुष्यों को संक्रमित होने की संभावना बहुत ही कम रहती है ।

इन्फ्लूएंजा के लक्षण

इन्फ्लूएंजा (फ्लू) के लक्षण आमतौर पर अचानक दिखाई देते हैं और हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं

सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं:

  • अक्सर तेज बुखार आना और ठंड लगना (परंतु हर किसी को बुखार नहीं होता)
  • खांसी होना
  • गले में खराश होना जिसके कारण निगलते समय कठिनाई
  • नाक बहना और नाक भरी लगने से बंद होना
  • शरीर में दर्द होना
  • तीव्र सरदर्द हो सकता है
  • अत्याधिक थकान महसूस होना

फ्लू से संक्रमित अधिकतर लोग खुद ही ठीक हो जाते हैं अथवा हुलका-फुल्का उपचार प्राप्त करने से स्वस्थ हो जाते हैं । लेकिन कई बार फ्लू और इसकी कॉम्प्लीकेशन्स घातक हो सकती हैं. बच्चे, बुजुर्ग, लोग जिनका इम्यून सिस्टम ( जिसको टीबी (ट्यूबरकुलोसिस) या क्षय रोग/सीओपीडी /अस्थमा(दमा)/शुगर/डायलिसिस मरीज इत्यादि बीमारियां) कमजोर हो, गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों आदि को फ्लू होने और इसके कारण गंभीर होने की संभावना अधिक रहती है।

गंभीर इंफ्लुएंजा संक्रमण ,निमोनिया करवा सकता है ,जिस से सांस लेने में दिक्कत, शरीर में आक्सिजन की कमी(Spo2 कम हो जाना) , रेसपीरेटोरी फैल्यर , मल्टी ऑर्गन इनवॉलवमेन्ट, जैसे गंभीर कॉम्प्लीकेशन्स हो सकते हैं।   

इन्फ्लूएंजा वैक्सीन का एक टीका करेगा आपकी रक्षा

इन्फ्लूएंजा से बचाव के लिए दी जाने वाली वैक्सीन को इंफ्लुएंजा वैक्सीन कहा जाता है. इसे आम बोलचाल की भाषा में फ्लू शॉट भी कहा जाता है । यह फ्लू से बचाव करता है। फ्लू से बचाव के लिए फ्लू शॉट यानी इंफ्लुएंजा वैक्सीन की सलाह दी जाती है। फ्लू वैक्सीनेशन शरीर में आवश्यक एंटीबॉडीज बनवा कर भविष्य में होने वाले इंफ्लुएंजा वायरस के हमले के लिए शरीर को तैयार करता है, जिसके कारण रोगी का शरीर इस वायरस से अच्छे से लड़ पाता है। 

इन लोगों को लगवाना चाहिए फ्लू शॉट (इन्फ्लूएंजा वैक्सीन)

छोटे बच्चे, बुजुर्ग, कमजोर इम्यूनटी वाले लोग, किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग, आदि में फ्लू होने की संभावना अधिक रहती है,ऐसे लोगों को इंफ्लुएंजा वैक्सीन लगवानी चाहिए

हर वर्ष लगवाए फ्लू शॉट

फ्लू वायरस के सरफेस प्रोटीन और अन्य बनावटी प्रोटीन्स में जल्दी-जल्दी बदलाव आता रहता है ,जिसके कारण नए-नए स्ट्रैन का वायरस फ्लू कर सकता है। हर साल विश्व स्वास्थ्य संघठन ,विश्व में फ्लू करवाने वाले वायरस की शोध के आधार पर इंफ्लुएंजा वैक्सीन में किस-किस स्ट्रैन के विरुद्ध वैक्सीन कारगर होगा ,इस की अनुसंशा करता है ,अतः फ्लू वैक्सीन हर वर्ष हेतु निर्मित कर ,उस वर्ष के लिए उपयोग किया जाता है। इन्फ्लूएंजा वैक्सीन हर साल लगाया जाता है जिससे की यह टीका शरीर में उचित स्तर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बना कर सुरक्षा प्रदान कर सके ।

इसलिए इंफ्लुएंजा वैक्सीन के इन्जेक्शन को लगवाने से पहले यह जरूर चेक कर लें कि यह किस वर्ष के लिए उपयुक्त है। यह जानकारी इसके पैकेज के कवर पर स्पष्ट उल्लेखित रहती है। 

इंफ्लुएंजा वैक्सीन

भारत में मिलने वाली इंफ्लुएंजा वैक्सीन की कुछ ब्रांडस :

  • VaxiFlu 4
  • Influvac
  • Fluarix
  • FluQuadri

Disclaimer: यह लेख केवल आवश्यक जानकारी हेतु एवं स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से लिखा गया है, और किसी भी परिस्थिति में एक्सपर्ट मेडिकल सलाह को प्रतिस्थापित (substitute) नहीं करता है । इन्फ्लूएंजा वैक्सीन से होने वाले संभावित फायदे और नुकसान, साइड इफेक्ट, कॉनट्राइंडीकेशन को अपने डॉक्टर (लिंक देखें)से जान-समझ कर ही, वैक्सीन लगवाई जानी चाहिए। एक्सपर्ट सलाह एवं प्रिस्क्रीप्शन उपरांत ही फ्लू शॉट लगवाया जाना चाहिए।

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